आख़िर क्यूँ , क्या ज़रूरत थी 😞
दुनिया में और भी लोग है जिनको तकलीफ़ें है सब तो नहीं मर जाते , तुम्हारा एक ग़लत फ़ैसला कितनी तकलीफ़ देगा लाखों लोगों को आपको देख कर आपके जैसा ख़ुद को बनाने के सपने देखने वालों के दिल पे आपके पिता बहन के दिल पे कितनी चोट लगी वो तुम्हारे दिल की चोट से बहुत बड़ी है

इतनी भी क्या ज़िद थी
ख़ुद को मिटाने की
एक नज़र देख लेते
तकलीफ़े बहुत थी जमाने की

भावभीनी श्रधांजलि #सुशांत_सिंह_राजपूत 🌸🍃

Hindi News by Radhika : 111473344
shekhar kharadi Idriya 4 years ago

मौत एक दिन सबको आनी है जो सत्य है अटल है निरंतर है फिर क्यों हालातों से हारकर स्वयं ही मृत्यु कारण बनते है क्योंकि मूल्यवान जीवन एकबार ही मिलता है फिर क्यों क्षणिक आवेश में बहकर सहज मृत्यु को गले लगाते है ।

jd 4 years ago

Bhagavan emni aatma ne shanti aape

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