तेरॆ जिक्र मे तेरि फ़िक्र मे,
तेरि कहानी कि अधुरि दास्तन हु मे..
तेरि ख्वाबो कि रंगोंलि मे,
न भर ने वाला फ़िक्का सा रंग हु मे,
तु प्यार का वो साहिल हे,,
मे तुझे ना मिलने वाला छोटा सा सेलाब हु मे..
Bhumi palara

Hindi Poem by Bhumi Polara : 111471486

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