ना जन्मो की, ना सदियों की,
तेरे मेरे मिलन मे बस कुछ पल की देरी है. ⏳😇

ना चुनरी की, ना बिंदिया की,
मेरे श्रृंगार मे बस तेरी झलक की कमी है.. 💅👰😍

Hindi Shayri by Nishu : 111471304
jagrut Patel pij 4 years ago

Aji sukriya😀😀🤗

Nishu 4 years ago

Wah. Nice written.. 👌👌

jagrut Patel pij 4 years ago

हुस्न की साज़िश तो देखो वार क्या वार किए है , काजल, बिंदी, आँखे सब इनके हथियार हुए है ..

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