लायक नही तुमसा इस जहाँ में मेरे लिए
तुझको पाकर लगा मिल गई खुशी जहाँ की।
उम्रभर तेरे साथ रहने की खवाईश है,
खुद से जुदा न करना कभी हमें पल के लिए भी ।
साथ रहना और साथ होना अंतर है बात में,
खुद को खोकर तेरी रुह तक जाना हैं ।
बेशक तु साथ है मेरे तो कमी नहीं होगी,
जालिम जमाने की बात सुनकर कभी
फैसला न लेना, मेरी अरज भी सुन लैना।
हो जाए खता तो मुझसे कह देना,
होना पड़ा फना तो गम नहीं होगा ।
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Hindi Poem by દીપા : 111467129

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