बस सन्नाटा हे यहां उसने झरुर शायरी सुनाई होगी,
देखा तो हमनेभी था उन्हें उनको भी नींद नही आइ होगी।

मुसकुराहट देखके लगता हे की तुम पे कई गमकी अंधीया आइ होगी,
मे चीख पडता हु खामोशियों मे इस से बढके ओर क्या तनहाइ होगी।
#Quiet

Hindi Shayri by Gadhavi Prince : 111464867

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