की... देख तेरी कश्ती डूबी जा रही है
कि देख तेरी कश्ती डूबी जा रही है
मगर पतवार तूने अभी भी न सम्भाली है
इश्क का दरिया है जनाब...
बोहोतो को डूबता देखा है इस दिल ने
मगर अब बारी तुम्हारी है #Shweta

Hindi Shayri by Shweta Singh : 111461755

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