घोंसले में आकर रात को थोड़ा सा मां विश्राम करती है,
सुबह से सांझ अपने बच्चों की भूख का इंतज़ाम करती है।

कामनी गुप्ता***
जम्मू !
#Nest

Hindi Shayri by Kamini Gupta : 111453700

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