मौसम तो बदल जाते हैं पल में,
रह गए खामोश क्ईं इसी उलझन में,
वो एहसासों की बातें करते हैं हरदम,
यहां मिलते नहीं मिल कर भी दिल, दिल से।

कामनी गुप्ता***
जम्मू !

Hindi Shayri by Kamini Gupta : 111453425

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