घोंसला
आ गई बरसात
चलो फिर घोंसला बनाएं
चल पड़ी तूफान
चलो फिर गुनगुनाएं
बहे कठिन पछुआ लहर
या सुहानी पुरवाई
ताड़ हो या हो खजूर
या सुहानी अमराआई
आ गई बरसात
चलो फिर हौंसला बढ़ाएं
हैं अकेली जिंदगी
कर लो भलाई
रेत की दुनिया करें क्या
कण कण में विपदा समाई
आ गई प्रभु याद
चलो फिर प्रसाद चढ़ाएं
-शिवसागर शाह'घायल'
#घोंसला