कुछ #शरारती से तुम,
कुछ #शरारती से हम,
कुछ #शरारती तुम्हारी बातें
कुछ #शरारती हमारी आंखें
#शरारती आंखों ने,
#शरारती बातें सुनी
और यूँ, हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी।
शरारतें साथ चल पड़ीं,
बातें लंबी होने लगीं,
अनकही भी सुनी जाने लगीं
मुस्कराहटें बरसने लगीं,
अब दिलों को भी शरारत सूझने लगी।
वायदे करने लगे,
मन्नतें मांगने लगे,
साथ छूटने से डरने लगे,
दुनिया से बचने लगे,
आपस में डूबने लगे।
कल के #शरारती
संभल के जीने लगे।

Hindi Poem by Meenakshi Dikshit : 111452161

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