शरारती

दिल को बहलाया फुसलाया और छोड़ दिया
उनकी शरारती निगाहों ने जिंदगी को यू मोड़ दिया
समंदर की जैसे उठी हो लहरें ज्वार की तरह
आसमान से उठाकर जमीन पर छोड़ दिया
-शिवसागर शाह'घायल'





#शरारती

Hindi Shayri by Shiv Sagar Shah : 111452144

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