शरारत भरी आखों में हम खों से जाते हैं
तुम मे अक्सर अपना बचपन ढूढ लाते हैं।
शरारती बातों से उलझा लेते हो मन मेरा
और हम शरारत में सब भूल से जाते हैं।

#शरारती

Hindi Shayri by Sushma Gupta : 111451817

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