वो जो भटक रहे हैं दर-दर..
और मीलों बिन रुके चले जा रहे हैं..
भूख और प्यास दम घोंट रही है,
और थकान उनकी हिम्मत आजमा रही है।
इस ईद दुआ करो कि उनको इस कष्ट से राहत मिले।
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Hindi Thought by Roopanjali singh parmar : 111450314

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