कदम बढ़ाया उस ओर, जहां समझ ना थी,
देखा, सीखा, काम किया भी
पर कुछ खास नाम कमा नहीं पायी |
उस दौड़ का हिस्सा बनी,
जहां मुझसे काबिल लोग थे |
मेहनत उन्होंने भी की और
मैंने भी की हर बार,
पर बड़ा नाम नहीं बना पायी |
क्या मैं हार गयी??
या जीतना लिखा ही नहीं था???