जब किसी दिवंगत हुए व्यक्ति को उसके विशेष दिन(जन्म या मृत्यु) के दिन याद करना चाहिए तो सदैव उस व्यक्ति के द्वारा उसके पूरे जीवन काल में किये हुए अच्छे कार्यों की गिनती करके करनी चाहिए,चाहें वो महान से महान व्यक्ति हो या नीच से नीच। भले ही और दिन उस व्यक्ति को याद/चर्चा करते वक्त उसके सारे खामियों को गिना दो। किसी भी प्राणी के जीवन का पहला और अंतिम सत्य मृत्यु होता है,जिसे एक उत्सव के रूप में मनाना चाहिए।🙏