#Kite

पतंग 🎏

एक शाम कही दूर किनारे
वही मिल मुझे तू पियारे
तुम बिन गगन मैं एक पतंग पियामे
तू बनजा मेरी दोर मैं तेरा सखा पियारे

उडणा चाहू फिरणा चाहू
नही किसी से स्पर्धा जानी
तुझं संग मैं तेरणा चाहू
यैसी एक मैं पतंग पियारे

दोर 'तेरी हो इतनी घट्टी
ना काट ना पाये कोई वक्ती
तुम साथ उस तलक तक देना
जीस दिन तुफान भी हो अपनी मस्ती

राहुल :)

Hindi Poem by राहुल : 111441339

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