जुबां के फ़रेब सुनने का शौक रखते है सब..
यहां कौन निग़ाहों की ख़ामोशी जानना चाहता है..
हाथ में मरहम लेकर फ़िरते तो है यहां सब,
यहां कौन दिलों का दर्द जानना चाहता है..

Hindi Shayri by Sarita Sharma : 111439317

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