#Kavyotsav -2 . 0

मेरा देश-

हम हिन्दूस्तानी हैं,
हिन्दुस्तान है देश हमारा।
कितना पवित्र धर्म है,
इन्कलाब है नारा।।
यहाँ जात-पात का भेद नहीं,
आज़ाद परिंदे उड़ते हैं।
सोने जैसी इस धरती पर,
चंचल से दरिया बहते हैं।।
राजगुरु, सुखदेव, भगत सिंह
आज़ादी के लिए लड़े थे।
यहाँ हर आंदोलन में बापू,
लाठी ले आगे खड़े थे।।
खेतों की ऐसी हरियाली,
मन मे खुशियाँ भर जाती है।
शहीदों की दी कुरबानियां,
ममता के भाव जगाती है।।
मन में हमने भी ठाना है,
पीछे न कभी हट पाएँगे।
भारत देश को दुनिया में,
सबसे आगे ले आएँगे।।
सबसे आगे ले आएँगे।।

―रेनू जिंदल

Hindi Poem by Renu Jindal : 111434422

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