#💔🤐🤐

*🌹✍हसरतें कुछ और हैं..*
*वक्त की इल्तजा कुछ और है..*

*कौन जी सका है...*
*ज़िन्दगी अपने मुताबिक...*

*दिल चाहता कुछ और है..*
*होता कुछ और है...!..*

*🌹🙏शुभ सकाळ,good morning🙏🌹*

Hindi Shayri by Chintan Patel : 111433784

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