#श्रुत होके पढ़िए..
Happy Mother Day..

हर एक ईश्वर की प्रतिमा में मां का ही
आविष्कार है मां ममता है मां करुणा है
मां ही भगवान का दूसरा स्वरूप है ।

सब आकुल व्याकुल हो गए तब मधुर सी
ध्वनि का नाद हुआ ऊवा.. ऊवा.. करके
आंखें खोली तो मुझे भगवान का दीदार
हुआ जिन्होंने मुझे बड़ी प्यारसे सहज कर
अपनी गोदीमें लेकर सुलायाथा अपना खून
देकर उन्होंने मेरी आत्मा सिचा था पता नहीं
नो महीने उसने कितने कष्ट सह के फिर भी
मुझ को हंसते हंसते हर इक पल जेला था

हर एक ईश्वर की प्रतिमा में मां का ही
आविष्कार है मां ममता है मां करुणा है
मां ही भगवान का दूसरा स्वरूप है ।

खुद की नींद छोड़कर मां जब हमें लोरी
गाकर सुनाती थी खुद गीले में सोकर हमें
अच्छी नींद से सुलातीथी उंगली पकड़ के
जिसने चलना सिखाया हमें इस संसार में
जब साला में हम गए तो शिक्षा क्या है
उसका ज्ञान हुआ हमारे हर एक परिणाम
को देखकर खुदही मार्गदर्शिका बनजाती
थी बचपनसे युवानीतक मां ने हमें पाला है

हर एक ईश्वर की प्रतिमा में मां का ही
आविष्कार है मां ममता है मां करुणा है
मां ही भगवान का दूसरा स्वरूप है ।

आज हम बड़े हुए पर मत भूलना मां के
कित ने एहसान है हमारा जीवन हमारा
बचपन जो हम सोच रहे हैं वो बस इस
मां की देन है सच मानो तो मां ही ईश्वर
मां ही अल्लाह मां ही भगवान का रुप है
हर इक सवारो इसकी आखरी सांसे मां
को कहने से गर्व हुए यही मेरा लाल है
आपको उसने अपनी जिंदगी देदी खुदको
मिटा कर अब चंद पल की वो मेहमान है
हो सके उतनी मोहब्बत दे दो दुनिया वालों
आज जिन्होंने खुद के खून से आपको सींचा
है बुढ़ापे में मां आपके प्यार की ही जरूरत है

हर एक ईश्वर की प्रतिमा में मां का ही
आविष्कार है मां ममता है मां करुणा है
मां ही भगवान का दूसरा स्वरूप है ।

सुनिलकुमार नटवरलाल शाह

Hindi Motivational by Sunil N Shah : 111428843

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