समझो जिन्दगी की ये परिभाषा
जहाँ एक समय दिन है,
तो एक समय रात ।
एक समय बारिश है ,
तो एक समय अकाल ।।
समझो जिन्दगी की ये परिभाषा
जहाँ एक समय पुत्र है,
तो एक समय पिता ।
जहाँ एक समय कष्ट है,
तो एक समय आराम ।।
समझो जिन्दगी की ये परिभाषा
जहाँ एक समय दोस्त है ,
तो एक समय दुश्मन ।
जहाँ एक समय अपने है,
तो एक समय पराये ।।
समझो जिन्दगी की ये परिभाषा
गिन के मिले है दो पल,
क्या किसी से दुश्मनी ।
क्या किसी से शिकवा,
छोड़कर सारे अहंकार ।।
ऐसे जियो इस पल को ,
जो करे दूसरो का उपकार ।
ताकि याद रखे दुनिया ,
चले जाने के बाद ।।
समझो जिन्दगी की ये परिभाषा