बस बोहत हुआ..
कुछ मेरी व्यथा का भी एहसास करो..
हा में मजदूर हु..लेकिन में इंसान भी हु..
भूखा हु कितने दिनों से..
ऐसे ही सडको पे पड़ा हु.. मे
रा भी घर है में वहाँ जाना चाहता हु..
मुजे कोरोना मार न मारे..
लेकिन भूख जरूर मार देगी लौट आये है
मेरे भाई-बंधु विदेश से.. में
क्या अपने ही देश मे अपने गांव नही जा सकता...? #एहसास
#અનુભવવું