#आदर
करें सभी का आदर
ना करे किसी का निरादर
आदर करना हमारा धर्म
मानवता का यही मर्म
निरादर करना है पाप
जिससे मिलेगा सिर्फ संताप
करें सभी का आदर
यही है मानवता की चादर
आदर से ही बढ़ेगा प्यार

Hindi Poem by Yakshita : 111420148
रमेश पाली 4 years ago

बहुत सुंदर... सब गुनग्य सब परहितकारी (सभी गुणवान हों.. सभी एक दूसरे का हित चाहने वाले हों)__रामचरितमानस

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