#_कुछ_लोग_ऐसे_भी_होते_हैं__SJT
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बहुत मतलबी हो गए कुछ लोग यहां ,
ना हो मतलब तो मतलब नहीं रखते ,
करो लाख एहसान हो जाए एक गलती ,
भूल जाते हैं याद फिर तब नहीं रखते ,

हर चीज़ में वो अपना दिमाग़ लगाते हैं ,
पर अपनी खुद्दारी यहां सब नहीं रखते ,
हमेशा दो कौड़ी की सोच रखने वाले ये ,
भरोसा ख़ुद पर बिल्कुल जब नहीं रखते ,

यूं तो अक्सर पीठ पीछे ही वार करते हैं ,
सामने बोल देने की औकात नहीं रखते ,
कुत्तों की झुंड में ही भोकते रहते हैं पर ,
ख़ुद की कही बात की बात नहीं रखते ,

छोड़ो ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं देना मुझे ,
जो अपने भीतर कोई जज़्बात नहीं रखते ,
जो जैसा करेगा , वो अपना अपना भरेगा ,
हम ऐसे लोगों से ताल्लुकात नहीं रखते ,

#PoetryOfSJT

Hindi Poem by Poetry Of SJT : 111409472

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