#जन्म
जन्म लेके किया अहसान हे ।
इस पृथ्वी का आधार हु ,
दो परिवारों का अनुसन्धान हु ।
जीवन के हर चरण पर मेरा निशान है ,
हां, में बेटी हु , में बेटी हु !
उजाड़ के मेरा अशिआना,
कहा डालोगे तुम अपना डेरा ?
-Mahek Parwani

Hindi Poem by Mahek Parwani : 111407989
Sarita Thawani 4 years ago

खूब सुंदर

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now