दीपक तो घर को प्रकाशित करता है
परंतु मन के अंधेरों का क्या करे
वैसे तो जुगनू प्रकाश का बिंदु होता है
फिर भी अंधेरों में जगमग होता है
इसी तरह बिंदु मात्र की समझदारी
उज्जवल भविष्य की भागीदारी है
वैसे तो बूंदों का वजूद बिंदु का है
वही बूंदे कभी-कभी सैलाब लाती हैं
ऐसे ही व्यक्ति की समझदारी
पथ पथ उसके काम आती है
#उज्ज्वल