वे खूब मीठी थीं पर वह मिठास इतनी मीठी होती कि कड़वी लगने लगती। वे मधुमक्खी की तरह थीं जो ताउम्र शहद खाती है पर अपना काटने का स्वभाव नहीं छोड़ती, डंक ही मारती है।

Hindi Microfiction by Hansa Deep : 111398890

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