कौन कहता है समय थम सा गया है ,
बस अभी शुरू हुवा है ,
इत्मिनान से समय की डोर को थाम के रखिये ,
बहती जिंदगी को बस थोड़ा सा सुकुन दीजिये ।

कुछ नया सिखाएगी जिंदगी ,
कुछ नया सुनाएगी जिंदगी ,
पल दो पल का बस है फांसला ,
फिर.....अपने आपमे बहती चलेगी जिंदगी ..
:-मनिषा हाथी

Hindi Poem by Manisha Hathi : 111378392

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