ये मौसम... ये बारीश की बूंदे...

ये तेज हवाऐं किस ताकझांक मे है...

ये किताब- ए- ईश्क के पन्ने क्युं फडफडा रहे है...

अच्छा..अतीत के लम्हे बाहर आने की फिराक मे है...

#अतीत

Hindi Shayri by Devesh Sony : 111377092

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