तुझसे कोई वादा नहीं फिर भी प्यार है,
जुदाई के बावजूद तुझपे अधिकार है।

तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही,
मुझसे मिलने को तू भी बेक़रार है।

तेरे दिल की धड़कन भी कह रही,
तू ही सिर्फ मेरा आज भी दिलदार है।

आज गरीबी के इस मुश्किल दौर में,
मेरी ये ज़िन्दगी तेरे हुस्न की कर्जदार है।

खो गया हूँ मैं इस जहाँ की तन्हाई में,
"पागल" को आज सिर्फ तेरी दरकार है।

✍🏼"पागल"✍🏼

Hindi Shayri by Prafull Pandya : 111376143

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