मेरे मन का मीत हो तुम,
मेरी रागिनी मेरा संगीत हो तुम।

मेरी ज़िन्दगी मेरी जीत हो तुम,
मर कर जो ना टूटे वो प्रीत हो तुम।

मेरी क़दर शनास हो तुम,
दूर रह कर भी पास हो तुम।

मेरे ख्वाब मेरी ताबीर हो तुम,
मेरा संसार मेरी तक़दीर हो तुम।

मेरे लबों की मुस्कान हो तुम,
"पागल" जिस्म और जान हो तुम।

✍🏼"पागल"✍🏼

Hindi Shayri by Prafull Pandya : 111375200

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