एक डॉक्टर जो खतरों से लड़ रहा निरंतर,
अपना जीवन हथेली पर ले कर भी;
ज्यादा कुछ कहना नहीं चाहता।

पर वो क्या जाने?

जिसके लिए वहन कर रहा वो यह कष्ट निरंतर,
वो हर सुविधा के बाद भी;
घर में रहना नहीं चाहता॥

- प्रथम शाह

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