बस तुम्‍हारी हँसी !!!
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कुछ कीमती था तो मेरे लिए
बस तुम्‍हारी हँसी,
ना आँसुओं की कीमत मत पूछना
ये तो अनमोल हैं
नहीं चाहता मैं तुम इन्‍हें
किसी भी कीमत पर यूँ बह जाने दो !
...
कुछ शब्‍द मुहब्‍बत की किताब में
बहुत ही कीमती होते हैं
जिनके होने से कभी लगता ही नहीं
कि जिन्‍दगी अभावों में है
शर्त यह है कि
जिन्‍दगी का हर वर्का
इस किताब में सजि़ल्‍द हो !!
...
जब भी पढ़ा हर बार मुझे जिन्‍दगी
बस मुस्‍कराती सी लगी
तब मैने जाना
इसकी अहमियत को
बस तभी से
हर लम्‍हा इसके नाम कर दिया !!!
...
#हँसी

Hindi Poem by Seema singhal sada : 111361123

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