अल्फ़ाज़ ही नहीं मेरे सारे जज़्बात
भी सिर्फ तेरे लिए ही है।
फ़ुरसत में इन्हें कभी
पढ़ तो सही ।
दर्द से कराह ना उठो तो
मानो मोहब्बत तुम्हें नहीं।

Hindi Poem by Pinky : 111358694

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