उतरता नहीं तेरे हुस्न के नशे में आज भी झूम रहा हूं,
कभी तस्वीर चूमता तेरी तो कभी आइना चूम रहा हूं,
तेरा मिलकर मुझे बाहों में भरना सुकून दो पल का,
तेरी जुदाई का ग़म लिए मै पागल सदियों से घूम रहा हूं..

#kiss #चुम्बन

Hindi Shayri by Satyendra prajapati : 111355777

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