मेरी कलम से.....
ए शब्द तेरा शुक्रिया.....(2)
मेरी पीड़ा को यूँ दर्शाया तूने,
मेरे अहेसास को यूँ सजाया तूने।
ए शब्द तेरा शुक्रिया....(2)
पन्नो पर मैं, यूँ बिखरी बावरी मैं...
आलिंगन से बून उसे साकार किया....
निभाई है ये दोस्ती तूने, ऋणी हूँ तुम्हारी मैं..
मेरे विश्वाश की , बुनियाद को यूँ सरेआम किया,
ए शब्द तेरा शुक्रिया.....(2)
बिन तुम्हारे कलम भी मेरी अधूरी....
सजाया आभूषणों से तुम ने उसे,
संग घुलमिलकर पूर्णता का,,,,
आईना दिखा के परोपकार किया।
ए शब्द तेरा शुक्रिया.....(2)
हे ये ही दस्तुर दुनिया का...
खिला है वो मुर्झायेगा ।
सृजन का विनाश निश्चित,
न रहूँगी में और ना मेरा अस्तित्व,,,
पर तुम हमेशा रहोगें मेरे साथ,मेरे बाद(2)
ए शब्द तेरा शुक्रिया..... ए शब्द तेरा शुक्रिया
मेघा....

Hindi Blog by Megha Rawal : 111355407

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