रह रहकर समय गुजरता गया ।
रह रहकर उसका सपना पूरा होता गया ।।
रह रहकर उसका नाम गायब होता चला गया ।
लेकिन रह रहकर मेरा प्यार और बढ़ता चला गया ।।

रुक जा ओ समय रुक जा ।
लौटकर लेआ वो समय एक बार ।।

जब हमने खाई थी कसमे हजारों बार ,
ये साथ ना टूटेगा जन्मों जन्मों तक

ए खुदा !
एक दुआ है आपसे मेरी
ना निभा सका साथ रहनें का वादा इस जन्म में ,
हो सके तो मिला देना अगले जन्म में हम दोनो को
ताकि पूरा कर सके सभी वादे इस जन्म में
जो हमने खाए थे पिछ्ले जन्म में ।।

Hindi Shayri by Kalyan Singh : 111351261

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