आसमां के फलक पर,
उभरी हुई तस्वीर हो,
तृप्त हों मन की छुधाएँ,
वो बरसता नीर हो,
बुझ रही है लौ तुम्हारे बिन,
कहूँ मैं क्या प्रिये,
प्यार के मधुमास की वो,
प्यास लेकर लौट आओ..
-राकेश पाण्डेय"सागर"

Hindi Song by Rakesh Kumar Pandey Sagar : 111349035

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