कर्म में जो अकर्म देखे, अकर्म में देखें कर्म।
वही योगी जानता है, ज्ञान का मूल मर्म।।
kunal saxena

Hindi Quotes by Kunal Saxena : 111340918
Kunal Saxena 4 years ago

इसका अर्थ जो मैंने समझा है यह भगवद्गीता से लिया गया है कि योगी हर कर्म को ईश्वर को समर्पित कर दे और यह समझे जो हो रहा है वो ईश्वर की इच्छा से हो रहा है वो ईश्वर ही कर रहा है तो कर्म करते हुय भी अकर्म होगा। अकर्म में कर्म जा अर्थ है व्यक्ति भले ही कुछ न भी कर रहा हो तो भी कर्म तो हो रहा है जैसे सोना बैठना उठना सब कर्म है।

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