अब video call होता है,
तब बालकनी to बालकनी दीदार होता था।।
ये उन दिनों की बात है,
जब प्यार time pass नहीं बस प्यार होता था।।
Miss call में कहाँ है वो मजा,
जो अचानक कही टकरा जाने में आता था।।
Text तो अब होते है दोस्तों,
तब तो इशारों का मौसम भाता था।।
इंतज़ार के वो पल भी हसीन हुआ करते थे,
ना ना तब हम offline नहीं बल्कि,
अपनी छत पर खड़े उनकी यादों में,
तल्लीन हुआ करते थे।।
आज जो नाराजगी,
Post से जाहिर की जाती है।।
उस वक़्त जब रूठते थे जो इश्क़ में,
उस दिन बालकनी खाली रह जाती थी।।
वो महोब्बत भी क्या महोब्बत थी,
जो दिलों को एक सुकून दे जाती थी।।
आज तो जरा सी बात पर रिश्ते होते है block.
एक वो रिश्ता है जो दिल में
अब तक यकीनन होगा lock.....

#शिवनेरी

Hindi Poem by Shivneri : 111335365

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