न दे सजा मुझे, कि बेक़सूर हूँ मैं,
थाम ले हाथ, ग़मों से चूर हूँ मैं,
तेरी दूरी के चलते पागल हूँ मैं ,
और सब कहते हैं कि मगरूर हूँ मैं।

Hindi Shayri by Rudra : 111324723
Rudra 4 years ago

शुक्रिया मोहतरमा!!

Parmar Geeta 4 years ago

वाह लाजवाब अप्रतिम... ✍️👌👏👏👏

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