क्या सच में नया साल हैं, क्या सच में सब बदल गया,
Please read it completely..#2020 ~Tarak
सच कहूँ तो दिन वही रात वही,
हर पल बदलते हालात वही,
जख्म वही और तनाव वहीं,
जीवन की झूलती नांव वहीं,
वही है माया वहीं है काया,
हर पल एक सा डर का साया,
वही जीवन की भाग और दौड़,
कैसे कहूँ के बदल गया है मोड़,
फिर वही पर जाना वही से आना,
लगा रहेगा ये आना और जाना,
फिर कैसे कह दूँ साल बदल गया,
बस,जो आज हैं वही कल गया,
ना तू बदला न में बदला सब वहीं हैं,
सच बोलू तो बस कैलेंडर बदल गया।