कविताओं में
दिखता है मुझे
अपनी कहानी का चेहरा
हर रंग रूप में
कुछ इस तरह
जैसे छंद की कोई बेहतरीन विधा हो
जबकि कहानियों में दिखता हर चेहरा
मुझे अनजान लगता है
शायद अभी तक लिखी गयी
कोई भी कहानी
मेरे लिए नहीं

English Poem by Pranjali Awasthi : 111303135

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