कुछ तो है, जो मुझे तुझसे जोडे रखता है,
वरना तेरी इतनी बेरुखी क्युं ऐसे नजरअंदाज करते ?

Hindi Shayri by Mir : 111301167
Naresh Panchal 4 years ago

कुछ तो हैं जो हम होठ से कहते कहते केह ना पाए कुछ तो हैं जो हम है खोए कुछ तो हैं जो तुम ना सोए कुछ तो हैं जो हम दोनो यू हस्ते हस्ते इतना रोए

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