तुम्हे जाना है न?
....!! जाओ!
तुम्हे इस से नही मतलब
गलतफहमी थी या उल्फत
ये मेरा दर्द ए सिर है
दर्द ए दिल है
जो भी है
!___ जाओ
तुम्हारा काम था,तुमने मोहब्बत
की
बहुत अच्छे
ये मेरा काम है में
याद रखूं
.....या भुला डालू
अजब बातें हैं दुनिया की
अजब रस्में है उल्फत की
मोहब्बत कर तो लेते हैं
निभाना भूल जाते हैं
किसी दिन छोड़ जायँगे
बताना भूल जाते हैं
मुझे अब कुछ नही सुनना
मुझे अब कुछ न बतलाओ
मुझे तुम मशवरा मत
....दो
के मैने कैसे जीना है
अगर तुम भूलने का गुण
मुझे बतला नही सकते
तो कुछ भी न बतलाओ
..... चले जाओ
,,,,चले जाओ
.......चले जाओ

Hindi Shayri by Junaid Chaudhary : 111300279

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