शादी के बाद एक रात हो गई
तुम्हे मेर पास हो गई
घुघट के नीच लाजे सरम छुपी हो गई
बाकी रात जैस रात हो गई
अपने लिए रात खास हो गई
फूलों कि बारसत हो गई
नीच बीस चादर उस रात कि गवा हो गई
वो अपने दोनो कि रात हो गई
प्यार कि नाई शुरुआत हो गई

Hindi Shayri by Amit Katara : 111290663

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