लगता है कि तेरे साथ मेरा नाम जुडने में वख्त लगेगा..
लगता है इस बगावत के लिए रब मुझको ही चुनेगा..
लगता है कि पुरी कायनात भी यह चाहती हैं..
वख्त लगेगा उसे तुझको मुजसे मीलाने मे...
लोग कहते हैं और कहकर चले जाते हैं..
हम सिर्फ सुनते ही रह जाते हैं..
वख्त लगेगा उनकी बात भुलने में..


swati siddhpura

Hindi Shayri by Swati : 111288238

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