क्या् औकात है सूरज तेरी इस दुनिया में
रात के बाद भी एक रात है इस दुनिया में
शाख से तोड़े गए फूल ने हंसकर कहा
अच्छा होना भी बुरी बात है इस दुनिया....

Hindi Shayri by Shubhra Dixit : 111243315

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