*नाराज न होना कभी*
*यह सोचकर कि…*
*काम मेरा*
*और*
*नाम किसी का*
*हो रहा है*

*घी और रुई सदियों से*
*जलते चले आ रहे हैं…*
*और*
*लोग कहते हैं…*
*दिया जल रहा है।*

? *सुप्रभात* ?
जय श्री राधामाधव,,,,,,

Hindi Quotes by Upendra Ghedia : 111239216

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