बेकरारिया

ये केसी बेकरारिया है, जो संभाले नही संभलती..
ये केसी दूरिया है, जो तेरे बिना नहीं कटती..
क्यू में इतना बैचेन हो रहा हु, क्यू में इतना पागल हो रहा हु..
ये केसी मेरे दिल की धड़कने है, जो तेरे बिना नहीं धड़कती..

- तरंग ( अरमान )

Gujarati Shayri by Tarang Rohit : 111225108

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